संसार में अनेक दुःख हैं , लेकिन अकेली मृत्यु सबसे बड़ा दुःख है और सारे दुःख तो उसी की छाया में है l हर व्यक्ति भयभीत है अपने मिटने के डर से l रूस के अति विलक्षण संत गुरजिएफ का कहना था --- अगर इस सारी धरती को धार्मिक बनाना है तो केवल एक उपाय है --- वैज्ञानिकों को सारी चिंता छोड़कर एक मशीन खोज लेनी चाहिए , जो बिलकुल घड़ी की तरह हो l जिसे हर आदमी के हाथ पर बाँध दिया जाये l जो हमेशा बाँधने वाले को बताती रहे कि अब मौत कितने करीब है l उसका काँटा निरंतर घूमता रहे l मृत्यु का डर सबसे बड़ा डर है l मनुष्य स्वयं को अमर समझ कर गलत कार्य करता रहता है लेकिन जब हर पल उसे मृत्यु अपने पास आती दिखाई देगी तब संभव है वह सन्मार्ग पर चले l