17 November 2019

WISDOM -----

    बड़प्पन  एक  मानवीय   गुण     है   l   इसका  तात्पर्य  --- अपने  नुकसान   एवं   हानि  को   सहर्ष  झेलते  हुए  ,  कष्ट - कठिनाइयों  को   सहजता  से अपनाते  हुए  ,  अपमान  को  भी  सहते  हुए  ,  केवल  दूसरों  का  कल्याण  सोचना ,  दूसरों  को   ख़ुशी  एवं   प्रसन्नता  प्रदान  करना  l   बड़प्पन  सत्य  का  साथ  देने  में  है  l   बड़प्पन  केवल  वही  प्राप्त  कर  सकता  है  ,  जो   वास्तव  में   बड़ा  होता  है  ,  आडम्बर  व  प्रदर्शन  नहीं  करता  l
  गाँधी जी  ने  वकालत  प्रारंभ   की   l  उन्होंने  केवल  सही  अधिकारों   के  लिए  ही  पैरवी  करने  का  फैसला  किया  l   उनके  एक  मुवक्किल  ने  उन्हें  अपना  गलत  पक्ष  नहीं  बताया  ,  उन्होंने  उसका  केस  ले  लिया  l  बाद  में  जब  पता  लगा  ,  तो  कोर्ट  में  उन्होंने  बहस  नहीं  की  ,  तारीख  बढ़  गई  l   कोर्ट  से  लौटकर  उन्होंने  उस  मुवक्किल   को  उसकी  दी  हुई  फीस   वापस  कर  दी  l
  लोगों  ने  कहा  --- आप  फीस  ले  चुके  हैं  ,  अब  केस  वापस  मत  कीजिए  l   वकीलों  को  थोड़ा - बहुत  तो  इधर - उधर  करना  ही  पड़ता  है   l   गाँधी जी  ने  कहा ---- " लोग  क्या  करते  हैं ,  यह  मेरा   आदर्श  नहीं  है  ,  मुझे  क्या  करना  चाहिए  ,  वह  मुझे  अच्छी  तरह   याद  है   l   मैं  परंपरा  या  धन  के  लोभ  में   सिद्धांतों  को  बट्टा   नहीं  लगाऊंगा   l  "   उच्च  आदर्शों  के  प्रति  इस  निष्ठा   ने  ही   उन्हें  महात्मा    और  ' राष्ट्रपिता '  का  पद  दिलाया  l