8 September 2022

WISDOM ------

  अनमोल  वचन ---- ' फूल  को  किसी  भी  नाम  से  पुकारने  पर  उसकी  सुगंध  में  अन्तर  नहीं  पड़ता  l  भगवान  को  किसी  भी  नाम  से  पुकारो  ,  इससे  फर्क  क्या  पड़ता  है  ? '       

अनंत  ब्रह्मांड  पर  आधिपत्य  जमाने  की  मनुष्य  की  व्यर्थ  की  चेष्टा  पर  उसे  चेताते  हुए  प्रसिद्ध  साहित्यकार  बट्रेंड  रसल  ने  लिखा  है  --- " अच्छा  होता  हम  अपनी  धरती  ही  सुधारते  और  बेचारे  चंद्रमा  को  उसके  भाग्य  पर  छोड़  देते  l  अभी  तक  हमारी  मूर्खताएं  धरती  तक  ही  सीमित  रही  हैं  l  उन्हें  ब्रह्माण्ड व्यापी  बनाने  में  मुझे  कोई  ऐसी  बात  प्रतीत  नहीं  होती  ,  जिस  पर  विजयोत्सव  मनाया  जाये   l  चंद्रमा  पर  मनुष्य  पहुँच  गया  तो  क्या  ?  यदि  हम  धरती  को  ही  सुखी  नहीं  बना  पाए  तो  यह  प्रगति  बेमानी  है  l  "    आज  संसार  के  जो  हालात  हैं  उसमें  बट्रेंड  रसल  की  यह  पंक्तियाँ  सार्थक  प्रतीत  होती  हैं   l