26 August 2019

WISDOM -------

पं  श्रीराम  शर्मा  आचार्य  का  कहना  है ---" आत्मविश्वासी  के  लिए  स्वाधीन  और  स्वावलम्बी  होना  आवश्यक  है  l   जो  कुछ  करने  से  पहले  , कुछ  कहने  से  पहले   दूसरों  की  प्रतिक्रिया  का  ही  अनुमान  लगाता   रहता  है  ,  जिसे  दूसरों  की  खुशामद  का  ध्यान  रखना  पड़ता  है  , वह  कभी  भी  आत्मविश्वासी  नहीं   बन   सकता   l   आत्मविश्वास  का  एक  ही  आधार  है  ---- बोलने  में  ,  काम  करने  में  ,  अपना  मार्ग  चुनने  में  ,  अपना  जीवन  ढालने   में   अपनी  अंतरात्मा  का  आदेश  प्राप्त  करे ,  अपने  दिल  और  दिमाग  के  निर्णय  पर  पहुंचे  और  फिर  जो  सही  हो  उसे  करे , उसे  कहे  l   "