26 June 2018

WISDOM ----- विलासिता और वैभव व्यक्ति को आंतरिक रूप से कमजोर बना देते हैं

  नादिरशाह  करनाल  के  मैदान  में   मुहम्मद शाह  की  सेना  को  परास्त  कर  दिल्ली  पहुंचा  l  वहां  दोनों  ही  बादशाह  एक  ही  सिंहासन  पर  आसीन  हुए   l  नादिरशाह  ने  मुहम्मद शाह  से  पीने  के  लिए  पानी  माँगा  ---- और  वहां  बजने  लगा  नगाड़ा  ,  जैसे  किसी  उत्सव  की  शुरुआत  होने  जा  रही  हो  l
  दस - बारह  सेवक  उपस्थित  हो  गए  l  किसी  के  हाथ  में  रुमाल  था  तो  किसी  के  हाथ  में  खासदान  l  दो  तीन  सेवक  चांदी  के  बड़े  थाल  को  लेकर  आगे  बढ़े,  उसमें  माणिक  का  कटोरा  जल  से  भरा  रखा  था  l  और  दो  सेवक  कपड़े  से  उस  परात  को  ढके  हुए  बराबर  चल  रहे  थे   l
                  नादिरशाह  की  समझ  में  यह  नाटक  न  आया  ,  वह  घबरा  गया  कि  पानी  माँगा  था  और  यह  क्या  तमाशा  होने  जा  रहा  है  l   उसने  पूछा ---- " यह  सब  क्या  हो  रहा  है  ? " 
मुहम्मद शाह  ने  उत्तर  दिया ---- " आपके  लिए  पानी  लाया  जा  रहा  है  l  "  नादिरशाह  ने  ऐसा पानी  पीने  से  साफ  इनकार  कर  दिया  l  उसने  तुरंत  अपने  भिश्ती  को  आवाज  लगाई  l  भिश्ती  हाजिर  हुआ  ,  नादिर  ने  अपना  लोहे  का  टोप  उतार कर  भिश्ती  से  पानी  भरवाकर  प्यास  बुझाई  l  
  पानी  पीने  के  बाद   बड़े  गंभीर  स्वर  में  उसने  कहा  ----- " यदि  हम  भी  तुम्हारी  तरह  पानी  पीते  तो  ईरान  से  भारत   न  आ  पाते  l  "   
  आलसी  और  विलासी  जीवन   व्यक्ति ,  समाज  और  राष्ट्र  सभी  के  लिए  खतरा  है  l