13 April 2020

WISDOM ---- प्रकृति पर विजय प्राप्त करने का प्रयास मानव सभ्यता के लिए घातक है

    हमारे  पुराणों  में  ऋषियों  ने  कथाओं  के  माध्यम  से  मनुष्यों  को    सहअस्तित्व   का  सन्देश  दिया  है  और  बताया  है  कि  ' प्रकृति  ही  ईश्वर  है  ,   जिसने  भी  उस  पर  नियंत्रण  करने  की  कोशिश  की  उसका  अंत  हुआ  है  l   हम  प्रकृति  को  माँ  के  रूप  में  पूजते  हैं ,  उनके  विभिन्नरूप  हैं -- माँ  दुर्गा ,  पार्वती ,  सीता   ---- l 
       पुराण  में  एक  कथा  है ---- भस्मासुर  की  l   इसने  शिवजी  से  वरदान  प्राप्त  किया  था  कि   जिसके  भी  सिर   पर  हाथ  रख  दे  , वह  भस्म  हो  जाये  l   इस  वरदान  ने  उसे  अहंकारी  बना  दिया  l  वह  चाहने  लगा  कि   सारे  संसार  पर  उसकी  हुकूमत  चले  ,  वही  सर्वेसर्वा  हो  l   जो  भी   व्यक्ति  हो  या  देश   उसकी  बात  नहीं  मानता,  वह  उस  पर  आक्रमण  करता  ,  अपनी  शक्ति  के  आगे  उसे  झुकने  को  विवश  करता  और  फिर  भी  न  माने   तो    उसको  वह  भस्म  कर  देता 
  यहाँ  तक  सब  ठीक  था  ,     उसका  अहंकार  बढ़ता  गया ,  अब  उसने   प्रकृति  को
 ' माता  पार्वती '  को  अपने  वश  में  करना  चाहा  l   यही  उसकी  सबसे  बड़ी  भूल  थी  l   उसकी  तपस्या  से  उसे  जो  वरदान  मिला  था ,  वही  उसके   नाश  का  कारण  बना  l 
  इस  कथा  के  माध्यम  से   ऋषियों  ने  मनुष्य  को  समझाया   कि  सूर्य , चन्द्रमा , समुद्र  सब  अपनी  मर्यादा  में  रहते  हैं   इसलिए  मनुष्य  को   प्रकृति  के  साथ  संतुलन  बना  कर  रहना  चाहिए  l  अन्यथा  जिन  साधनों  के  बल  पर  वह  अहंकार  करता  है  ,  वही  उसका  विनाश  कर  देते  हैं  l