15 September 2020

WISDOM -----

  ब्रह्मा  जी ने  प्राणियों  का  निर्माण  किया  ,  फिर  मनुष्य  से  पूछा  --- " तुम्हारी  और  क्या  इच्छा  है  ? "  मनुष्य  बोला  ---- " मैं  बुद्धिमान  तो  बहुत  हूँ  ,  पर  चाहता  हूँ  कि   और  आगे  बढूं   और  ऐसा  रहूं  ,  जिसकी कोई  बराबरी    न  कर  सके  l " ब्रह्मा जी  ने  उसे  दो  झोलियाँ  दीं   और  कहा  --- ' इन्हे  गले  में   लटकाये  रहना  l   दूसरों  की   विशेषताएं  ढूंढ़ना  और  उन  सभी   अच्छाइयों  को   अपनी  आगे  वाली     झोली  में  भरते  जाना    l   और  अपनी  विशेषताओं  पर  ध्यान  न  देना  ,  उन्हें  पीछे  वाली  झोली  में  भरना  ,  इससे  तुम्हारी  बुद्धिमत्ता  बढ़ेगी  l  मनुष्य  प्रसन्न  हो  गया  ,  पर  झोलियों  के  सम्बन्ध  में  आगे - पीछे  वाला  निर्देश  भूल  गया  ,  उसने  आगे  की  झोली  पीछे   और  पीछे  वाली  आगे  लटका  ली   l       यही  कारण  है  कि   अब  वह  अपने  गुणों   को बखानता  है  ,  दूसरों  के  गुणों  को  नहीं  देखता  , उनसे  कुछ  सीखता  नहीं  , पर - निंदा  में  उलझा  रहता  है  l