26 March 2023

WISDOM -----

  1.   असुरों  ने  अपने  बुद्धि कौशल   से  इक्कीस  बार  देवताओं  को  हराया   और  हर  बार  वे  इन्द्रासन  पर  प्रतिष्ठित  हुए  l  इतने  पर  भी  देर  तक   उस  स्थान  पर   स्थिर  न  रह  सके   और  हर  बार  उन्हें  स्वर्ग  छोड़ने  पर  विवश  होना  पड़ा  l  देवर्षि  नारद  ने  ब्रह्मा जी  से  पूछा  ---- " तात  !  विजयी  होने  पर  भी  असुर  इन्द्रासन  पर  अपना  अधिकार   क्यों  न  रख  सके  ? "   विधाता  ने  कहा ---- " वत्स  !  बल  द्वारा  ऐश्वर्य  को  प्राप्त  तो  किया  जा  सकता  है  ,  पर  उसका  उपभोग  केवल  संयमी  ही  करते  हैं  l  संयम  की  उपेक्षा  करने  वाले  असुर   जीतने  पर  भी  इन्द्रासन  का  उपभोग  कैसे  कर   सकतें   हैं   l  "  

2 .  मंगोलिया  में  चांगशेन  नाम  का  एक  न्यायधीश  रहता  था  , कभी  किसी  से  रिश्वत  नहीं  लेता  था  l  एक  दिन  उसके  एक  धनी  मित्र  ने   उससे  अपने  पक्ष  में  कुछ  काम  कराने  के  लिए   उसे  अशर्फी  की  एक  थैली  भेंट  की  और  कहा --- "  हमारे  आपके  सिवाय   इस  बात  को  कोई  तीसरा  न  जान  सकेगा  l  इस  थैली  को  रखिए  और  मेरा  काम  कर  दीजिए  l "  चांगशेन   ने  कहा  --- "  मित्र , यह  मत  कहो  कि  कोई  नहीं  देखता  l  धरती  देखती  है , आकाश  देखता  है   और  सबका  मालिक  परमेश्वर  देखता  है  l  "