13 May 2022

WISDOM-----

   एक  संत  पानी  के  जहाज   से  यात्रा  कर  रहे  थे  l   यात्रा  लम्बी  थी ,  यात्री  उनके  सत्संग  का  लाभ  उठाते   l   वे  सत्संग  में  एक  बात  अवश्य  याद  दिलाते  कि  --- याद  रखो  ,  संसार  नश्वर  है  l  सदैव  मृत्यु  को  याद  रखो   l   गलत  काम  नहीं  बन  पड़ेगा  l  संत  का  सूत्र  था ---- मृत्यु  का  सदैव  ध्यान  ,  किन्तु  मुसाफिरों  को  संत  की  बात  जमी  नहीं   और  वे  अपने  ढर्रे  की  बातों  में  ,  आदत  के  अनुसार  निमग्न  रहते   l   एक  दिन  समुद्र  में   भयंकर  तूफान  उठा   l  समूचे  जहाज  में  कोहराम  मच  गया  ,  सब  प्राणों  को  बचाने  की  चिंता  में  थे   l   असहाय  थे  ,  सभी  प्रार्थना  करने  लग  गए   l  सभी  ने  देखा  कि  संत  बड़े  सहज  भाव  से   शांत  बैठे  हैं  l  धीरे - धीरे  समुद्र  का  तूफान  शांत  हुआ  l  एक  यात्री  ने  संत  से  पूछा ---- "  आपको  मृत्यु  का   डर   नहीं  लगा  ?  आप  बड़े  शांत  बैठे  रहे   l '  संत  ने  कहा ---- " मृत्यु   का  फंदा  समुद्र  में  ही  नहीं नहीं ,  पृथ्वी  पर  भी  सदैव  झूलता  रहता  है   l  फिर  डरना  किस  बात  का   l   अज्ञानी - अविवेकी   ही  मृत्यु   से  डरते  हैं ,   फिर  भी  डरकर  वे  बचते  नहीं   l