5 March 2019

WISDOM ---- जब भी कोई अपनी शक्ति और सामर्थ्य को पहचान लेता है तो प्रगति के उच्च शिखर पर पहुँच जाता है

 'मनुष्य  के  भीतर  असीमित  सामर्थ्य  है  ,  जब  वह  अपनी  इस  छिपी  हुई  शक्ति  को  पहचान  लेता  है   तो  सफलता  उसके  कदम  चूमती  है  l  इसी  बात  को  समझाने  वाली  एक  कथा  है ----  हंस  का एक  बच्चा  संयोग  से  बगुलों के  झुण्ड  में  जन्म  से  ही  पहुँच  गया  l  जब  वह  थोडा  बड़ा  हुआ  तो  अपनी  जाति  के  अनुसार  बगुलों  से   भिन्न  था   l  बगुलों  के  झुण्ड  में  पच्चीस - तीस  बगुले  थे  ,  जिनका  आकार,  रंग - रूप  एक  सा  था  l  पर  वह  हंस - शावक  उन  सबसे  अलग  था  l  अत:  सभी  बगुले  उसका  मजाक    उड़ाया   करते ,  उसकी  हंसी  करते   और  उसका  तिरस्कार  भी  करते  थे   l   इस  व्यवहार  से  वह  बड़ा  व्यथित  होता  था  l 
  एक  बार  वह  अपने  इन  दुष्ट  बगुला  साथियों  के  साथ   उड़  रहा  था  कि  ऊपर  नील  गगन  में   उसे     अपने  सामान  रंग - रूप  और  वर्ण  वाले   पक्षी  उड़ते  दिखाई  दिए   , वाज  बगुले  का  साथ  छोड़कर अपने उन  ,   जातिलोगों   से      जा    मिला  l   हंसों  ने  भी  अपने इस   भटके  सदस्य  का  स्वगत  किया  l
 ' वह  भटका  हुआ  हंस  का  बच्चा  था  l  तब  तक  उसे  दुःखी    रहना  पड़ा   जब  तक  उसे  अपने  स्वरुप    और  शक्ति  का  ज्ञान   नहीं  हुआ  l  और  जब  वह  अपने  आपको   पहचानने लगा   तो  आकाश  में इतनी  ऊंचाई  तक  उड़ा  ,  जहाँ  सामान्य  पक्षी  नहीं   पहुँच   पाता  l  '  यह  तथ्य    हर  व्यक्ति  के   सम्बन्ध  में     लागू     होता  है    l   '