29 September 2022

WISDOM -----

 एक  व्यक्ति  एक  संत  के  पास  अपनी  जिज्ञासा  लेकर  पहुंचा   और  बोला ---- " महाराज  ! मैं  विवाह  करना  चाहता  हूँ  l  मैंने  अनेक  युवतियों  को  देख  भी  लिया  है  , परन्तु  अभी  तक  मुझे  कोई  सबसे  योग्य  युवती  नहीं  मिली  l "   संत  बोले ---- "  बेटा  ! तुम  पहले  फूलों  के  बगीचे  में  सबसे  सुन्दर  गुलाब  का  फूल  तोड़कर  लाओ  , लेकिन  शर्त  यह  है  कि  एक  बार  आगे  बढ़ने  के  बाद  पीछे  नहीं  मुड़ना  l "  थोड़ी  देर  बाद  व्यक्ति  खाली  हाथ  लौटा  l  संत  ने  पूछा --- " बेटा  ! तुम्हे  कोई  सुन्दर  फूल  नहीं  मिला  ? "  वह  व्यक्ति  बोला  --- " महाराज  ! मैं  अच्छे -से -अच्छे  फूल  की  चाहत  में  आगे  बढ़ता  गया  l  मार्ग  में  अनेक  सुन्दर  फूल  दिखे  ,  परन्तु  मैं  इस  चाहत  में  आगे  बढ़ता  गया   कि  आगे  और  भी  सुन्दर  फूल  होंगे  l  दुर्भाग्यवश  अंत  में  फिर  मुरझाये  फूल  मिले  l  "  संत  बोले  ---- " बेटा  !  जीवन  भी  इसी  प्रकार  है  l  सबसे  योग्य  की  तलाश  में  भटकते  रहोगे  तो  जो  संभव  है  ,  उससे  भी  हाथ  धो   बैठोगे  l  इसलिए  जो  प्राप्त  हो  सकता  है  ,  उसी  में  संतोष  करने  की  वृत्ति  पैदा  करो  --- यही  संभव  समाधान  है  l  "