24 May 2019

WISDOM ------

संसार  में  एक  भी  उदाहरण   ऐसा न मिलेगा  , जिसमे  परिश्रम  के  बिना  बड़ी  सफलताएँ  प्राप्त  की  गई  हों  l  जिन्हें  अपना  भविष्य  उज्ज्वल  बनाने  में  दिलचस्पी  हो , उन्हें  कठोर  परिश्रम  करने  की  आदत  डालनी  चाहिए   और  समय  के  एक - एक  क्षण  को  व्यस्त  रखने  के  लिए  तत्पर  रहना  चाहिए  l  यह  अभ्यास   क्रमशः  प्रगति  पथ  पर  अग्रसर  करता  चला  जायेगा   और  एक  दिन  उन्नति  के  चरम  शिखर   तक  जा  पहुँचने  की   संभावनाएं  मूर्तिमान  होकर   सामने  आ  उपस्थित  होंगी  l  आचार्यजी  का  मत  है  कि  सद्गुणों  की  पंक्ति  में  पहला  नंबर   श्रमशीलता  का  आता  है  l