27 December 2018

WISDOM ------

 रावण    सीताजी  का  अपहरण  कर  जा  रहा  था  ,  जटायु  ने   जब  यह  अत्याचार  देखा  तो   अपनी  भरपूर  शक्ति  से  रावण  पर  आक्रमण  किया  l  युद्ध  में  रावण  ने  जटायु  के  पंख  काट  दिए  ,  जिससे  वह  घायल  होकर  जमीन पर  गिर  पड़ा  l
  पंख  कटे  जटायु  को  गोद  में  लेकर    भगवान  राम  ने   स्नेह  से  उसके   सिर  पर  हाथ  फेरते  हुए  कहा ---- " तात ! तुम  जानते  थे    रावण  मह बलवान  है  ,  फिर  उससे  तुमने  युद्ध  क्यों  किया  ? "
 जटायु  ने  गर्वोन्नत  वाणी  में   कहा ---- " प्रभु  !  मुझे  मृत्यु  का  भय  नहीं  है  ,  भय  तो  तब  था  जब  अन्याय ,  अत्याचार  के  प्रतिकार  की  शक्ति  नहीं  जागती  l  "
  भगवान  राम  ने  कहा ---- " तात  !  तुम  धन्य  हो  l  तुम्हारी  जैसी  संस्कारवान   आत्माओं  से  संसार  को   कल्याण का   मार्ग दर्शन     मिलेगा     l  "