31 July 2020

WISDOM ------

  इस  संसार  में  शुरू  से  ही   अच्छाई  और  बुराई  में  संघर्ष  रहा  है   l   अपनी  ही  दुष्प्रवृतियों  से  विवश  होकर  मनुष्य  दूसरों  को  सताता  रहा  है  l   स्वार्थ , लालच , अहंकार   और  ईर्ष्या  ऐसे  दुर्गुण  हैं  जो   व्यक्ति  को  संवेदनहीन  और  निर्दयी  बना  देते  हैं   l   ऐसे  दुर्गुणों  से  ग्रस्त  व्यक्ति  दूसरों  का  सुख  छीनते   हैं ,  उनसे  किसी  का  सुख , किसी  की  तरक्की  बर्दाश्त  नहीं  होती  l   कहते  हैं  जिनमे  यह  दुर्गुण  अधिक  होता  है  , उन  पर  कोई  बुरी  शक्ति  हावी  हो  जाती  है   और  उसके  माध्यम  से  संसार  में  अनीति , अत्याचार ,  हिंसा , अपराध  और  आतंक  की  घटनाओं  को  अंजाम  देती  है  l   इतिहास  में  इस  सत्य  के  कई  उदाहरण  मिलते  हैं  l   दुर्बुद्धि  ऐसी  हावी  होती  है  कि   धन संपन्न  व्यक्ति   निर्धनों  की  गरीबी  मिटाने   के  कार्य  न  कर  के  ,  उन  गरीबों  को  ही  मिटाने   का  कार्य  करते  हैं  l
जिसके  पास  शक्ति  है  , वह  सत्कर्मों  से  लोगों  के  हृदय  को  जीतने   का  प्रयास  नहीं  करते   ,  वे  अपनी  ताकत  से  जीवित  लाशों  पर  राज  करना  चाहते  हैं  l
जिन  पर  नई  पीढ़ी  को  बनाने  की  जिम्मेदारी  है  वही  उनका  शोषण  करते  हैं   l
 जब  सत्प्रवृत्तियाँ  संगठित  होंगी ,  जागरूक  होंगी   तभी  आसुरी  प्रवृतियों  पर  नियंत्रण  संभव  होगा  l