10 January 2020

WISDOM ----- कर्तव्यनिष्ठा , सूझबूझ और चारित्रिक गुण व्यक्ति को प्रामाणिक बनाते हैं

   किसी  भी  देश , समुदाय   अथवा  समाज  का  भाग्य   चरित्रवान  और  व्यक्तित्ववान  व्यक्तियों  पर  निर्भर  है  l  सामान्य  अर्थों  में  चरित्रवान  उन्ही  को  कहा  जाता  है    जिनकी  व्यक्तिगत  जीवन  में  कर्तव्यपरायणता , सत्यनिष्ठा , पारिवारिक  जीवन  में  सद्भाव  , स्नेह , सामाजिक  जीवन  में   शिष्टता  आदि  आदर्शों  के  प्रति  निष्ठा    है  l   जब  राष्ट्र  या  समुदाय  पर  संकट  के  बादल   घिर  आते  हैं  तो  जन - समुदाय  ऐसे  ही  चरित्रवान  और  साहसी  लोगों  से   मार्गदर्शन  की  अपेक्षा  करता  है  l    ऐसे  व्यक्तियों  की  प्रमाणिकता  हर  किसी  के  लिए  विश्वसनीय  होती  है   l
  स्वामी  विवेकानन्द   ने  एक  स्थान  पर   कहा  है ----' संसार  का  इतिहास  उन  मुट्ठी  भर  व्यक्तियों  का  बनाया  हुआ  है   जिनके  पास  चरित्रबल  का  उत्कृष्ट  भंडार  था  l   यों   कई  योद्धा  , विजेता  हुए   हैं  l  बड़े - बड़े  चक्रवर्ती  सम्राट  हुए  हैं  ,  इतने  पर  भी  इतिहास  ने  उन्ही  व्यक्तियों  को   अपने  हृदय  में  स्थान  दिया  है   जिनका  व्यक्तित्व  समाज  के  लिए  एक  प्रकाश स्तम्भ  का  कार्य   कर  सका  है   l '
  उन्ही   महापुरुषों  का  गुणगान  किया  जाता  है   जिन्होंने  समाज  को   प्रगतिशील  जीवन मूल्य   दिए  और  आदर्शों  की  समयानुकूल   परिभाषा   स्वयं  के  व्यक्तित्व   व   कार्यों  के  माध्यम  से  दी  है  l
     अमेरिका  ने  जार्ज  वाशिंगटन  के  नेतृत्व  में  स्वतंत्रता  प्राप्त  की  थी   l   कुछ  समय  तक  शासन  सँभालने  के  पश्चात   वे  राजनीति   से  विरत   होकर  सामान्य  जीवन  व्यतीत  करने  लगे   l   इसी  समय  अमेरिका  और  फ्रांस   में  युद्ध  छिड़ा  l   इस  विषम  बेला  में  लोगों  ने   एक  बार  फिर  वाशिंगटन  को  याद  किया   l   अपने  कार्यकाल  में   कर्तव्यनिष्ठा , सूझबूझ  और  चारित्रिक  गुणों  की  ऐसी  धाक   जमा  ली  थी    कि   तत्कालीन  प्रेसिडेंट   मि.  एडम्स  ने   उन्हें  देश  की  बागडोर  सँभालने  को  कहा   l   एक  प्रमुख  नेता  ने  अपने  अनुरोध पत्र   में  लिखा  ---- " अमेरिका  की  सारी   जनता  आप  पर  विश्वास  करती  है  l   यूरोप  में  एक  भी  राज्य  सिंहासन     ऐसा  नहीं  है   जो   आपके  चरित्र  बल   के  सामने  टिक  सके   l  "