23 June 2022

WISDOM -----

   लघु -कथा ---- एक  गिद्ध  था  l  उसके  माता -पिता  अंधे  थे  l  गिद्ध  प्रतिदिन  अपने  साथ -साथ  अपने  माता -पिता  के   भोजन    की  व्यवस्था  भी  जुटाता  था   l एक  दिन  वह  किसी  बहेलिये  के  जाल  में  फंस  गया   l  वह  बेहद  दुःखी   हुआ  कि  मैं  मर  जाऊंगा  तो  माता -पिता  का  क्या  होगा   ?  वह  जोर- जोर   से   विलाप  करने  लगा  l  बहेलिये  ने  उसके  रोने  का  कारण  पूछा  तो   गिद्ध  ने  अपनी  व्यथा  कही   l  बहेलिया  बोला --- "  गिद्धों  की  द्रष्टि  तो  इतनी  तेज  होती  है   कि  सौ  योजन  ऊपर   आसमान  से  भी  देख  लेती  है  ,  लेकिन  तू  जाल  को  कैसे  नहीं  देख  पाया   ? "  गिद्ध   बोला  ---- " बुद्धि  पर  जब  लोभ  का  पर्दा  पड़  जाता  है   तो  उसे  ठीक -ठीक  दिखाई  नहीं  देता  l  जीवन  भर  मांस  के  पिंड   के  पीछे  भागते - भागते  मेरी  नजर  को  अब  उसके  सिवाय   कुछ  और  दिखाई  ही  नहीं  देता   l  इसी  कारण  मैं  तेरा  जाल  नहीं  देख  पाया   l  "  बहेलिये  को  गिद्ध  की  ज्ञान  भरी  बातें अच्छी  लगीं   l   उसने  कहा ---- ' गिद्धराज  !  जाओ  मैं  तुम्हे  मुक्त  करता  हूँ  l  अपने  अंधे  माता - पिता  की  सेवा  करो   l  तुमने  मुझे  लोभ  का  दुष्परिणाम  बता  दिया  l  '