23 February 2024

WISDOM -----

   लघु -कथा ----- नदी  किनारे  चार  सहेलियां  रहती  थीं  --- छिपकली , चुहिया , लोमड़ी  और  बकरी  l  चारों  साथ -साथ  रहतीं और  आपस  में  हँसती -हँसाती  l   एक  दिन  उनका  मन  नदी  के  पार  जाने   और  सैर  करने  का  हुआ  l  कछुआ  भी  वहीँ  रहता  था  l  चारों  ने  कछुए  से  कहा ----" हम  सच्ची  सहेलियां  हैं   l  तुम  हम  चारों  को  पीठ  पर   बैठाकर   नदी  पार  करा  दो  तो   बड़ी  कृपा  होगी  l  कछुए  ने  पहले  तो आनाकानी  की  फिर   उनका  सच्ची  सहेलियां  होने  की  बात  सुनकर  वह  राजी  हो  गया  l   उसने  कहा  --- " तुम  चारों  मेरी  पीठ  पर  बैठ  जाओ  , नदी  पार  करा  दूंगा  l "  वे  चारों  बैठ  गईं  और  कछुआ  चल  पड़ा  l   कुछ  दूर  चलने  पर   उसने  कहा --- " वजन  तो  बहुत  हो  गया  है  , तुम  में  से  एक  को  उतरना  होगा  l  मुझसे  ढोया  नहीं  जा  रहा  l "    चुहिया  ने  छिपकली  को  पानी  में  धकेल  दिया  l  कुछ  दूर  चलने  पर  एक  और  के  उतरने  की  बात  कही  गई  तो  लोमड़ी  ने  चुहिया   को  पानी  में  धक्का  दे  दिया  l  कुछ  दूर  और  चलने  पर  एक  और  के  उतरने  की  बात  हुई   तो  बकरी  ने  लोमड़ी  को  बीच  धार  में  धकेल  दिया  l  अकेली  बकरी  शेष  रह  गई  l  कछुए  ने  कहा --- "  तुम  चारों  सच्ची  सहेलियां  बनती  थीं  l  तब  साथ  ही  सबको  पार  होना  था  l  जब  सबल  द्वारा  निर्बल  को   धकेले  जाने  का  सिलसिला  चल  रहा  है   तो  तुम्हारी  मित्रता  झूठी  हुई  l  मैंने  तो  सच्ची  सहेलियों  को  पार  करने  का  वायदा  किया  था  l "  यह  कहकर  कछुए  ने  गहरी   डुबकी  लगाईं   और  बकरी  को  भी  पानी  में  डुबो  दिया  l