1 February 2021

WISDOM ------ गलत मार्ग पर चलने की परिणति

    रावण  की  जब  मृत्यु  हुई  ,  तब  उसके  शरीर  में  हजारों  छिद्र  थे  l   लक्ष्मण जी  ने  रामचंद्र जी  से  पूछा  ----   आपने  रावण  को   एक  ही  बाण  मारा    था  लेकिन  रावण   के  शरीर में   हजारों    छिद्र  कैसे  हैं   ?  तब  भगवान  ने  कहा  ----  ये  रावण  के  पाप  हैं ,  उसके  गुनाह  हैं  l   रावण  बहुत  बलवान  था  ,  उसने  सोने  की  लंका  बनाई ,   उसने  सब  देवताओं     को   पकड़  लिया  था  l   लेकिन  सीता  हरण  करना  उसका   ऐसा   पापकर्म   था   जिसने   उसे  कमजोर  बना  दिया  l   लंकेश  जिसके  दरवाजे  पर  असंख्य  लोग  पलते   थे  ,  उस  बेचारे  को  सीता   हरण  के  लिए  भिखारी  बनना  पड़ा   और  वह  भी  इधर - उधर  देखकर  कि   उसे  कोई  देख  तो  नहीं  रहा  है   l   गलत  रास्ते  पर  कदम  रखने   के कारण  उसकी  दशा  बहुत  दयनीय  हो  गई  थी   l  रामायण  में  भी  यही  लिखा  है  --- यदि  व्यक्ति  गलत  रास्ते  पर  कदम   उठाना  शुरू  कर  देता  है   तो   उसका तेज , बल , बुद्धि   सारे   के  सारे  सद्गुण   नष्ट हो  जाते  हैं