4 May 2021

WISDOM -----

 कहते  हैं  --- ' सोए   हुए  को  जगाया  जा  सकता  है   लेकिन  जो  जागते  हुए  भी  सो  रहा  है   , उसे  भला  कौन  जगा  सकता  है   l '  जब  चारों  तरफ  चोरी , बेईमानी  , भ्रष्टाचार  , मिलावट  , कालाबाजारी  , धोखा , अपराध  का  बाजार  गर्म  हो   , तब    अपने  जीवन  के  लिए  ,  उखड़ती  साँसों  के  लिए   बदहवास  होकर  भागना  --------- ? मृत्यु   से कोई  नहीं  बचा  है  ,  जितनी   श्वास  ईश्वर  ने  हमें  दी  हैं   उसे  कोई  छीन  नहीं  सकता   l '  लेकिन  यह  कथन  तभी  सत्य  सिद्ध  होगा  जब  हम  जागरूक  होंगे  ,  परिस्थिति  ,  वातावरण  को  समझ  कर  विवेकपूर्ण  निर्णय  लेंगे  l  जब - जब  धर्म  का  नाश  हुआ  तब  ईश्वर  ने  अवतार  लिया  ,  अपने  आचरण  से  शिक्षण  दिया  l   अत्याचारी , पापियों  का, अधर्म  का    नाश  किया  ,  न्याय और  धर्म  की  स्थापना  की  l   इससे  हमारी  आदत  बन  गई  कि   भगवान  आएंगे  ,  अत्याचार , अन्याय  का  अंत  होगा  l  लेकिन  नहीं  !  भगवान  कहते  हैं  हम  कहाँ  तक  अवतार  लें ,  मनुष्य  जागरूक  ही  नहीं  होता  l   विज्ञान   का  ही  दूसरा  नाम  -भस्मासुर  है   ,  जिसमे  विवेक  नहीं  था , संवेदना  नहीं  थी  ,  अपने  धन  और  शक्ति  के  बल  पर  संसार  को   और शिवलोक  को  जीतना   चाहता  था  , दुनिया  को  अपने  तरीके  से  चलाना   चाहता  था   l   हमें  समझना  होगा  कि   अब  विष्णु  भगवान  मोहिनी  रूप   रख  कर उसका  अंत  नहीं  करेंगे   ,  हमें  ही  जागरूक  और  संगठित  होकर   विवेकपूर्ण  तरीके  से  भस्मासुर  को  हर  सिर   पर  हाथ  रखने   से रोकना  होगा  ,  अपने  भीतर  के  देवत्व  को  जगाना  होगा   ताकि  भस्मासुर  स्वयं  अपने  ही  सिर   पर   अपना  हाथ  रख  ले   l