24 March 2020

WISDOM -------

        इस  संसार  में  एक  पत्ता  भी  हिलता  है  तो  उसकी  कोई  वजह  होती  है  ,  कोई  भी  घटना  अकारण  नहीं  होती  l   फिर  यह  जो  महामारी  है  ,  इसके  बारे  में  सोचें  तो  यह  भयावह  है  लेकिन  हमें  हर  बुराई  में  भी  अच्छाई  को  खोजना  है  l   ---- हम  आधुनिकता  की  दौड़  में  भटक  गए  थे ,  अपनी  संस्कृति  को  भूलते  जा  रहे  थे   l   इस  महामारी  के   बहाने  से  ईश्वर  चाहते  हैं  कि   हम  अपने  पुरातन  मूल्यों  को  पहचाने ,  उनका   महत्व   समझे  l   परिवार  में  मिलजुलकर  रहें ,  नियम , संयम , मर्यादा  का  पालन  करें  l   लोग  सुख - शांति   पाने  के  लिए  बाहर  भागते  हैं   लेकिन  अब  घर  में  रहकर  हमें  समझना  होगा   कि   शांति  हमारे  ही  भीतर  है  ,  अपनी  इच्छाओं  को   सीमित    करें ,  परिस्थितियों  से  तालमेल  बैठाएं  l
  इसी  तरह  हम  ईश्वर  को  खोजने  धार्मिक  स्थलों  में ,  तीर्थ  स्थानों  में  भटकते  हैं l   इन  स्थानों  पर  कितनी  भीड़  होती  है   l   यदि  यहाँ  जाने  वाले  सब  लोग  सच्चे  भक्त  होते   तो   आज  संसार  में  सुख - शांति  होती  l    ईश्वर चाहते  हैं  हम  अंतर्मुखी  बने  l   इस  सत्य  का  अनुभव  करें  कि   ईश्वर  ने  हम  सबको  गिनती  की  सांसे  दी  हैं   उन्हें  हम  धर्म , जाति ,  ऊंच - नीच  के  आधार  पर  लड़ने  में  न  गंवाएं  ,  इस  धरती  पर  प्रेम  से  रहना  सीखें  l 

WISDOM -----

 पं. श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  ने  लिखा  है ----- ' समय - समय  पर  महाकाल  की  सत्ता  विभिन्न  रूपों  में   मानवी  चेतना  को  झकझोरने  आती  रही  है  l  उसे  पहचानकर   अवसर  का  लाभ  जिसने  उठा  लिया  , वह  निहाल  हो  गया  l   मानव  जीवन  दुबारा   नहीं  मिलता  l  वह  क्षय  हेतु  नहीं  ,  गरिमा  के  अनुरूप  शानदार  जीवन  जीने  को  मिला  है  l