1 January 2022

WISDOM ----

    स्वामी  विवेकानंद  शिकागो  सर्वधर्म  सम्मलेन   में  सम्मिलित  होने   पहुंचे  l  उन्हें  डॉ  बेरोज  के  घर  जाना  था  ,  परन्तु  जिस  कागज  पर  पता  लिखा  था  ,वह  कहीं   गुम    हो  गया  l  उन्होंने  कई  लोगों  से  डॉ  बेरोज  के  घर  का  पता  पूछा  , परन्तु  किसी  ने  उनकी  सहायता  नहीं  की  , वरन  उनका  उपहास  ही  किया  l  वे  भूखे -प्यासे  थे   और  सर्दी  से  ठिठुर  रहे  थे   l   लकड़ी  के  डिब्बे  के  भीतर  बैठकर   उन्होंने  किसी  तरह  रात  गुजारी  l  सुबह  होने  पर  वे  सोचने  लगे  -- परिस्थितियां  कैसी  भी  हों , परमात्मा  सदा  हमारे  साथ  होते  हैं   और  जिसे  परमात्मा  पर  विश्वास  हो  ,  उसे  कैसी  चिंता   l   उन्हें  पूर्ण  विश्वास  था  कि   जब  मनुष्य  किसी  सत्कार्य  के  लिए  अपने  शरीर  व  मन  को  नियोजित  कर  देता  है   तो  दैवीय  चेतना  उसकी  सहायता  के  लिए  तत्पर  हो  जाती  है   l   हुआ  भी  वैसा  ही   l   एक  महिला  उनके  पास  पहुंची   और  उनकी  हर  प्रकार   से  मदद  के  लिए  आगे  आई   l  स्वामी जी  ने  सम्मलेन  में  भाग  लिया  और  उसके  बाद  जो  घटा  , उसका  इतिहास  साक्षी  है  l