28 September 2018

WISDOM----- सभी समस्याओं का एकमात्र हल है ---- संवेदना

 धर्म  और  जाति  के  नाम  पर  होने  वाले   झगडे    इस  बात  को  स्पष्ट  करते  हैं  कि  मनुष्य  अभी  भी  असभ्य  है   या   लालच , स्वार्थ  और  दूसरों  पर  हुकूमत  चलाने  का  नशा   सिर   पर  इतना  हावी  हो  गया  है  कि  सोचने - समझने  की  शक्ति  समाप्त  हो  गई   l  अंग्रेजों  ने  हिन्दू , मुसलमान  दोनों  को  ही  अपना  गुलाम  बनाया ,  हुकूमत  की   l  अब  दुर्बुद्धि  ऐसी  है  कि  अंग्रेजों  को  आदर्श  मानते  हैं   और  आपस  में  लड़ते  हैं  l    प्रत्येक  व्यक्ति  अपने  घर - परिवार  और  बच्चों  की  सुरक्षा  चाहता  है  ,  लड़ना  कोई  नहीं  चाहता  l  लेकिन  फिर  भी   झगड़े  होते  हैं ,  समाज  को  अशांत  करने  वाली  घटनाएँ  होती   हैं   l  इससे  ऐसा  प्रतीत  होता  है  कि  यह  सब  करना ,  अपराधिक  कार्य  करना  भी  रोजगार  का  साधन  बन  गया  है  l 
समाज  में  एक  बहुत  बड़ा  वर्ग  ऐसा  है   जो  शराफत  का  नकाब  ओढ़कर  स्वयं  को  बहुत  सभ्य  और  सुसंस्कृत  दिखाना  चाहता  है   लेकिन  अपने  भीतर  की  कालिमा ,  ईर्ष्या , द्वेष , स्वार्थ , लालच  के  कारण  वह  ऐसे   गैरकानूनी  रोजगार  का  निर्माण  कर  देता  है   l