5 April 2021

WISDOM -------

   पं. श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  लिखते  हैं  ---- "  किसी  भी  देश  के  स्वाधीनता  आंदोलन  में   उचित  मार्ग  चुनने   का   भी    बड़ा  महत्व   है   l   यदि  ऐसा   न किया  जाए   तो  प्रकट  में  बड़ा  परिश्रम , त्याग ,  कष्ट   सहन करते  हुए  भी    हम  अपनी  शक्ति   को   बर्बाद   करते  रहते  हैं   और  प्रगति  मार्ग  पर  बहुत   ही कम  अग्रसर   हो  पाते   हैं   l   सभी  राजनीतिक   कार्यकर्ता   अपने - अपने  रास्ते  को   सही  और  प्रभावशाली  बतलाते  हैं   पर  लेनिन   के समान    व्यक्ति   समस्त  राष्ट्र  में   दो - चार  ही  होते  हैं   जो  समय  की  गति  को   बिलकुल  ठीक   समझ सकते  हैं  और  उसके  अनुकूल   विधान  बना  सकते  हैं   l   हमारे  देश  में  महात्मा  गाँधी   इसी  श्रेणी  में  थे   और  इसलिए  उन्होंने  असंभव  को  संभव  कर  के  दिखा  दिया   l