संसार में युद्ध के विरुद्ध मैत्रीपूर्ण शांति का प्रयास करने वाले फ्रांस के फ्रैडरिक पासी को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया l वह कहते थे ---- " युद्ध मनुष्य की सबसे पाशविक वृत्ति है l वह इसे स्वयं रचता है और अपना विनाश करता है l मनुष्य मूल रूप से शांति प्रिय है l वह युद्ध , संघर्ष तथा रक्तपात नहीं चाहता l संसार में कुछ थोड़े से स्वार्थी , अहंकारी अथवा कुसंस्कारी व्यक्ति ही इस विभीषिका को जन्म देते हैं l "
अपनी आलोचना करने वालों को वे कहते थे ---- " पैसा ही संसार में सब कुछ नहीं है l असत्य के आधार पर अमीर होने की अपेक्षा सत्य के आधार पर गरीब रहना मैं हजार गुना अच्छा समझता हूँ l दूसरों को लूटने - खसोटने तथा दुःख देने में बुद्धि का प्रयोग करना मेरे विचार से सबसे बड़ी मूर्खता है l "
अपनी आलोचना करने वालों को वे कहते थे ---- " पैसा ही संसार में सब कुछ नहीं है l असत्य के आधार पर अमीर होने की अपेक्षा सत्य के आधार पर गरीब रहना मैं हजार गुना अच्छा समझता हूँ l दूसरों को लूटने - खसोटने तथा दुःख देने में बुद्धि का प्रयोग करना मेरे विचार से सबसे बड़ी मूर्खता है l "