17 April 2024

WISDOM -----

    महाबली  रावण  ने  माता  जानकी  को  धोखे  से  बंदी  बना  लिया  l  सीता जी  ने  स्वयं को  अशोक  वाटिका   में  सीमित  कर  लिया  , परन्तु  रावण  उनको  मोहित  करने  के  लिए   भांति -भांति  के  रूप  धारण  कर  के  उनके  पास  जाता  l  रावण  के  सारे  उपाय  विफल  हो  गए   l  सीता जी  ने  भगवान   श्रीराम  के  अतिरिक्त   और  किसी  पर  कोई  ध्यान  नहीं  दिया  l  यह  देख  रावण  के  एक  मंत्री  ने   रावण  को  सुझाव  दिया  ---- " महाराज  ! आप  क्यों  न   राम  का  वेश  धर  कर   सीता  से  मिलें   , तब  तो  उन्हें  आपकी  ओर  देखना  ही  पड़ेगा  l "  रावण  बोला ---- " तुम्हे  क्या  लगता  है  कि  यह  विचार  मेरे  मन  में  नहीं  आया  होगा    लेकिन  जब  राम   का  रूप  धारण  करता  हूँ   तो  मेरा  मन  भी  वैसा  ही  हो  जाता  है  l  उनका  रूप  धरते  ही  ब्रह्म  पद  भी  तुच्छ  नजर  आने  लगता   हैं  ,  फिर  पराई  स्त्री  की  तो  बात  ही  क्या  ? "  जिनका  रूप  धारण  कर  के  मन  के  भाव  शुद्ध  हो  जाते  हैं  ,  उनका  ध्यान  यदि  सही  में  किया  जाए    तो  क्या  होगा  ?