17 August 2020

WISDOM -----

   स्वामी  विवेकानंद  कहा  करते  थे --- जिसके  मन  में  साहस  तथा  हृदय  में  प्रीति   है ,  वही  मेरा  साथी  बने  l  साहस  के  साथ  यदि  संवेदना  न  हो  तो  युवक  विनाश  की  ओर  बढ़ने  लगते  हैं  ,  जबकि  साहस  के  साथ  संवेदना  हो   तो  मानवता  की  सेवा  की  जा  सकती  है  l  "