29 January 2023

WISDOM ---

     मनुष्य  शरीर  होने  के  नाते  काम .  क्रोध , लोभ , मोह , ईर्ष्या , द्वेष , महत्वाकांक्षा , लालच  आदि  बुराइयाँ  सभी  में  थोड़ी  बहुत  होती  हैं    लेकिन  यदि  किसी  एक   बुराई  की  अति  हो  जाये  तो  उसका  अंत  बुरा  होता  है  l  इसी  तथ्य  को  समझाने  वाली  एक  कथा  है ----    एक  आम  को  पेड़  से  बहुत  मोह  था  l  दूसरे  आम  तो  पककर  अन्यत्र  चले  गए  l  लोगों  के  काम  आ  गए   और  गुठली  से   नए   पौधे  बनकर  बढ़  चले  l  लेकिन  वह  मोहग्रस्त  आम   पत्तों  की  आड़  में  छिप  गया  l  छोड़  कर  जाने  का  उसका  मन  हुआ  ही  नहीं  l  पेड़  पर  न  बौर  रहा  , न  साथी  l  न  कोयल  की  कूक  न  भौरों  का  गुंजन  l  पत्ते  भी  उसकी  अवज्ञा  करने  लगे  l  छोड़ना  ठीक  है  या  पकड़े  रहना  उचित  है  --- इस  असमंजस  का  कोई  निराकरण  न  हो  सका  l  संशय  ने  कीड़े  की  आकृति  बनाई   और  उसके  पेट  में  जा  घुसा  l  कुछ  दिन  बाद  देखा  गया  कि  ,  वह  आम  नहीं  रह  गया  l  कीड़े  ने  उसे  भीतर  से  खोखला  बनाया   l  धूप  ने  सुखाकर  घिनोना  बना  दिया  l  हवा  के  झोंके  ने  स्थिति  बदली   और  कूड़े  के  ढेर  ने  अपने  घर  शरण  दी  l