23 September 2022

WISDOM ----

 भिखारी  दिन  भर  भीख  मांगता -मांगता  शाम  को  एक  सराय  में  पहुंचा  और  भीतर  की  कोठरी  में  भीख  की  झोली  रखकर  सो  गया  l  थोड़ी  देर  बाद  एक  किसान  आया  l  उसके  पास  रुपयों  की  थैली  थी  l  किसान  बैल  खरीदने  गया  था  l  रात  को  वह  भी  उसी  सराय  में  रुका  जहाँ  भिखारी  था  और  वह  रुपयों  की  थैली  अपने  सिराहने  रखकर  सो  गया  l  भीख  की  झोली  रुपयों  की  थैली  से  बोली  --- : बहन  !  हम तुम  एक  बिरादरी  के  हैं  , इतनी  दूर  क्यों  हैं ,  आओ  हम  तुम  एक  हो  जाए  ? ' रुपयों  की  थैली  ने  हंसकर  कहा --- " बहन  ! क्षमा  करो ,  यदि  मैं  तुमसे  मिल  गई  तो  संसार  में  परिश्रम  और  पुरुषार्थ  का  मूल्य  ही  क्या  रह  जायेगा  l "

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