23 July 2020

WISDOM -----

  पं. श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  ने  लिखा  है --- ' जिन्हे  हम  बुरी  वस्तुएं  समझते  हैं  ,  जिन  बातों  को  हम  अप्रिय  समझते  हैं ,  उनमे  हमारी  जागरूकता ,  चेतना  और  विवेक - बुद्धि  को  जाग्रत  करने  की  शक्ति  होती  है   l   उससे  अनुभव  बढ़ता  है , समझदारी  आती  है  l  यदि  बुरी  बातें  दुनिया  में  न  हों   तो  अच्छी  को  , श्रेष्ठता  को  अनुभव  करने  का  अवसर  लोगों  को  न  मिले   और  निष्क्रियता  अवं  जड़ता  बढ़ने  लगे  l   इस  प्रकार  जब  हम  गंभीरता पूर्वक  विचार  करते  हैं   तो  हमें  बुराई  के  गर्भ  में  भी    श्रेष्ठता  प्रतीत  होती  है  l   उसके  कारण  हमारी  अच्छाइयों  को   विकसित  होने  का  अवसर  मिलता  है   l   इस  प्रकार  वह  बुराई  भी    हमारी  श्रेष्ठता  को  बढ़ाने  का  हेतु  बनती  है  l "

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