23 April 2020

WISDOM ------

मनुष्य  जीवन  अनेक  समस्याओं  से  घिरा  है  l   समस्याएं  सबके  जीवन  में  आती  हैं  l   ईश्वर  ने   धरती  पर  मनुष्य  के  रूप  में  अवतार  लेकर  अपने  आचरण   से   लोगों  को  समझाया   कि   कैसे  धैर्य  और  विवेक  से   समस्याओं  पर  विजय  पाई  जा  सकती  है  ---- 
  रावण   बहुत   शक्तिशाली   था ,  कूटनीतिज्ञ  था  l  उस  ने  सीता  का  हरण  किया  l   देखने  में  लगता  है  रावण  एक  था   लेकिन  उसके  दस   सिर   थे   अर्थात     दस   अलग - अलग  क्षेत्रों  के  सर्वश्रेष्ठ  बुद्धिमान  उसके  नियंत्रण  में  थे  l   उसका  स्वयं  का  परिवार  बहुत  बड़ा  था  ,   उसके  पास  राक्षसों  की  विशाल  सेना  थी   जो  सब  मायावी  विद्दा  जानते  थे   और  रावण  के  एक  आदेश  पर  अदृश्य  होकर  संसार  में  उत्पात  मचाते  थे   l   कहते  हैं   उसने    राहु , शनि  सबकी  कैद  कर  लिया  था  l   उसके  पास  अथाह  सम्पति  थी ,  सोने  की  लंका  थी  l   इन  सबके  साथ  उसके  पास  एक  अमूल्य  खजाना  था   जो  उसकी  नाभि  में  छुपा  था  ,  वह  था----  अमृत  l    रावण  स्वयं  को  अमर  समझता  था  l  इन  सब  कारणों  से  उसका  अहंकार  बहुत  बढ़ा - चढ़ा  था  l 
  रावण  एक  विचार  ,  आज  भी  व्यक्ति  शक्ति - सम्पन्नता   एकत्र   कर  स्वयं  को  अमर  समझता  है  ,  अहंकारी  हो  जाता  है   और  फिर  अपनी  ताकत  से  सबको  अपने  अधीन   कर   अपने  इशारों  पर  चलाना  चाहता  है  l   सबको  अपने   नियंत्रण  में  रखना ,  अत्याचार  करना  ,  चैन  से  जीने  न  देना  , यह  सब  मानसिक  विकृति  है  l   भगवान   राम  ने   एक - एक  कर  के   उसके  सिर   काटे  ,  उसके  मजबूत  आधार  को  समाप्त  किया   फिर  अंत  में  उसकी  नाभि  में  बाण   मार कर    उसके  अहंकार  को  मिटा  डाला  l 
   

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