पेड़ की एक डाल पर तोता और दूसरी डाल पर बाज बैठे थे l तोते को देखकर बाज अकड़कर बोलै --- "अरे तोते ! अच्छा है कि मेरा पेट भरा है , नहीं तो क्षण भर में मैं तेरे टुकड़े कर दूँ , पर तू ऐसे दुस्साहस के साथ मेरे सामने खड़ा है l "
तोते ने कहा --- " आप ठीक कहते हैं कि आप मुझसे ज्यादा शक्तिशाली हैं , पर शक्ति की शोभा दुर्बल पर जोर दिखाने में नहीं , गिरे हुओं को उठाने में होती है l भक्षण तो कोई भी कर सकता है , पर रक्षण करना बलवान का दायित्व है l " बात बाज की समझ में आई और उसकी समझ में परिवर्तन आ गया l
तोते ने कहा --- " आप ठीक कहते हैं कि आप मुझसे ज्यादा शक्तिशाली हैं , पर शक्ति की शोभा दुर्बल पर जोर दिखाने में नहीं , गिरे हुओं को उठाने में होती है l भक्षण तो कोई भी कर सकता है , पर रक्षण करना बलवान का दायित्व है l " बात बाज की समझ में आई और उसकी समझ में परिवर्तन आ गया l
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