आज संसार में अशांति का सबसे बड़ा कारण है --- मत्स्य न्याय l जो शक्तिशाली है वह चाहता है कि केवल उसका ही अस्तित्व रहे , शेष सब उसकी कठपुतली बन कर रहें l यह स्थिति छोटे से बड़े स्तर तक है l इसी का परिणाम है कि हम अपनी ही संस्कृति को भूल रहे हैं l किसी भी राष्ट्र के उत्थान के लिए जरुरी है कि लोग स्वाभिमानी हों , उनमे विवेक हो l हम हमेशा आपस में ही लड़ते रहे इसलिए दूसरे देश की शिक्षा , चिकित्सा , संस्कृति हम पर हावी हो गई l स्वार्थी तत्व तो हमेशा से ही अपनी दुकान बचाने में लगे रहते हैं l हर व्यक्ति जागरूक होकर अपने जीवन को अच्छा बनाये l आज के समय में जब चारों ओर स्वार्थ , भ्रष्टाचार जैसी नकारात्मक प्रवृतियां हैं , यह जरुरी है कि हम किसी लालच में नहीं आएं l बहेलिया लालच देकर ही पक्षियों को अपने जाल में फँसा लेता है l
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