अनमोल वचन ------ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी लिखते हैं ----- ' उच्च मन वाले मनस्वी मनुष्य मर भले ही जाएँ, परन्तु वे कभी भी कृपणता तथा कायरता नहीं करते l '
आचार्य श्री लिखते हैं ----- 'ओछे मनुष्य वे नहीं जो वजन , लम्बाई या आयु की द्रष्टि से छोटे हैं l जिनकी विचारणा तथा आकांक्षा उथली और बचकानी है , जो गए -गुजरे लोगों की तरह सोचते और घटिया आकांक्षाएं पूरी करने के लिए ओछे हथकंडे अपनाते हैं , उन्हें कोई चतुर भले ही कह ले , पर वस्तुत: वे व्यक्तित्व की द्रष्टि से बौने और अविकसित लोगों की श्रेणी में ही माने जा सकेंगे l "
आचार्य श्री लिखते हैं ----- " मानव जीवन एक सौभाग्य है , जो बार -बार नहीं मिलता l विडंबना यही है कि इसका सदुपयोग करने वाले कम ही होते हैं l जो जीवन का समुचित उपयोग करना जानते हैं , वे क्रमिक गति से ऊँचे उठते हुए चरम ध्येय को अंतत: प्राप्त कर के ही रहते हैं l "
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