8 May 2013

SELF - CONFIDENCE

'भाग्य की कल्पना मूढ़ लोग करते हैं और भाग्य पर आश्रित हो कर वे अपना नाश कर लेते हैं | बुद्धिमान लोग तो पुरुषार्थ द्वारा ही उत्कृष्ट पद को प्राप्त करते हैं | '
              एक बढ़ई किसी मजिस्ट्रेट की मेज को बहुत अधिक सावधानी से तैयार कर रहा था |किसी ने पूछा तुम इसे इतने परिश्रम से क्यों बना रहे हो ?बढ़ई ने इस प्रकार उत्तर दिया -"जब मैं मजिस्ट्रेट बनकर इस मेज पर काम करूं तो मुझे यह सुंदर लगे | "कुछ वर्ष बाद वह वास्तव में मजिस्ट्रेट बनकर उस मेज पर काम करने लगा |
आत्म -विश्वास में वह शक्ति है ,जिसके सहारे हम सहस्त्र विपतियों का सामना कर उन पर विजय प्राप्त कर सकते हैं | 

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