ईसा ने कहा---" तुम बड़े बनना चाहते हो तो उन गुणों को पूजो, जिनके कारण मुझे बड़ा मानते हो |
जिसे बड़प्पन प्यारा हो वह सबका सेवक बने और अपने को सबसे छोटा माने | सुख चाहते हो तो
दूसरों सुख दो और बंधन से छूटना चाहते हो तो तो उन्हें छुड़ाने का प्रयत्न करो, जो तुमसे भी अधिक बड़े बंधनों में जकड़े हुए दुःख सह रहे हैं | "
जिसे बड़प्पन प्यारा हो वह सबका सेवक बने और अपने को सबसे छोटा माने | सुख चाहते हो तो
दूसरों सुख दो और बंधन से छूटना चाहते हो तो तो उन्हें छुड़ाने का प्रयत्न करो, जो तुमसे भी अधिक बड़े बंधनों में जकड़े हुए दुःख सह रहे हैं | "
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