यहूदी अपने धर्म ग्रंथों पर बहुत अधिक विश्वास रखते हैं । वैसे ही मातृ-भूमि और जातीय आदर्शों की रक्षा के लिए अपने निजी स्वार्थों को हँसते हुए बलिदान कर देने का उनका स्वभाव भी अपने आप में अनूठा है इसी के बल पर इजराइल ने विश्व-राजनीति में अपना एक विशिष्ट स्थान बनाया है ।
द्वतीय महायुद्ध में ब्रिटेन के एक यहूदी ने ब्रिटेन को अपने अथक परिश्रम और वैज्ञानिक उपलब्धियों से युद्ध-विजय में महत्वपूर्ण सहयोग दिया । एक उच्च ब्रिटिश शासनाध्यक्ष ने उनसे कहा--- " आपने ब्रिटेन की महान सेवा की है, इस उपलक्ष्य में ब्रिटेन आपका सम्मान करना चाहता है बताइए ! आपकी महान सेवाओं के बदले हम आपको क्या दे सकते हैं ? "
उन महान वैज्ञानिक ने अपने निजी स्वार्थ के लिए कुछ नहीं माँगा और कहा--- मान्यवर ! यदि आप हमें कुछ दे सकते हैं तो हम यहूदियों की मातृ-भूमि वापस कर दें, ताकि हम अपने धार्मिक आदर्शों की रक्षा कर सकें । " अंग्रेज बड़े कृतज्ञ थे । उन्होंने फिलिस्तीन का कुछ भाग दे दिया, जहाँ यहूदी पुन: संगठित हुए । अपने निजी स्वार्थ को त्याग कर सब यहूदी रेगिस्तानी इलाके को हरा-भरा बनाने में जुट गये । उनके सामूहिक श्रम का ही फल है कि इजराइल आंतरिक द्रष्टि से संपन्न राष्ट्र है ।
यहूदियों की गहन धर्म निष्ठा विश्व का एक आदर्श उदाहरण है ।
द्वतीय महायुद्ध में ब्रिटेन के एक यहूदी ने ब्रिटेन को अपने अथक परिश्रम और वैज्ञानिक उपलब्धियों से युद्ध-विजय में महत्वपूर्ण सहयोग दिया । एक उच्च ब्रिटिश शासनाध्यक्ष ने उनसे कहा--- " आपने ब्रिटेन की महान सेवा की है, इस उपलक्ष्य में ब्रिटेन आपका सम्मान करना चाहता है बताइए ! आपकी महान सेवाओं के बदले हम आपको क्या दे सकते हैं ? "
उन महान वैज्ञानिक ने अपने निजी स्वार्थ के लिए कुछ नहीं माँगा और कहा--- मान्यवर ! यदि आप हमें कुछ दे सकते हैं तो हम यहूदियों की मातृ-भूमि वापस कर दें, ताकि हम अपने धार्मिक आदर्शों की रक्षा कर सकें । " अंग्रेज बड़े कृतज्ञ थे । उन्होंने फिलिस्तीन का कुछ भाग दे दिया, जहाँ यहूदी पुन: संगठित हुए । अपने निजी स्वार्थ को त्याग कर सब यहूदी रेगिस्तानी इलाके को हरा-भरा बनाने में जुट गये । उनके सामूहिक श्रम का ही फल है कि इजराइल आंतरिक द्रष्टि से संपन्न राष्ट्र है ।
यहूदियों की गहन धर्म निष्ठा विश्व का एक आदर्श उदाहरण है ।
No comments:
Post a Comment