कवि , मानवता का प्रतिनिधि होता है । जो कला मानवता के श्रंगार में प्रयुक्त हो उसी को सार्थक माना जा सकता है | रूस के महाकवि एलेक्जेंडर पुश्किन ऐसे ही कलाकार थे , उन्होंने अपने युग की पीड़ा को छंद बद्ध करके मानवीय अंत:करण तक पहुँचाने का प्रयत्न किया ।
पुश्किन ,कवि माने जाते हैं और उन्हें किसी क्रांति का ही प्रेरक नहीं वरन अनैतिकता के विरुद्ध छेड़े गये विश्व - युद्ध का अग्रणी नेता समझा जाता है ।
उन्होंने छोटे बड़े दर्जनों महाकाव्य और साधारण कविता की पुस्तकें लिखीं , नाटक और उपन्यास भी कई लिखे , इस सभी रचनाओं में वह ओज , आदर्श और प्रभाव मौजूद है जो अनाचार के विरुद्ध संघर्ष करने और मानवीय पुण्यो की स्थापना में आवश्यक स्फूर्ति व प्रेरणा दे सके | वे कुलीन कहलाने वाले घराने में जन्मे थे किन्तु उनकी रचनाओं में पीड़ित और शोषित जनता का दर्द था , उनकी कवितायेँ गायी जाने लगीं जनता ने उनसे आवश्यक प्रेरणा प्राप्त की । ' रोड टू लिबर्टी , ' दी विलेज ' उनके दो काव्य बहुत लोकप्रिय हुए जिनमे राजनीतिक उत्पीड़न के विरुद्ध जनता को संघर्ष करने की प्रेरणा दी गई थी |
पुश्किन ,कवि माने जाते हैं और उन्हें किसी क्रांति का ही प्रेरक नहीं वरन अनैतिकता के विरुद्ध छेड़े गये विश्व - युद्ध का अग्रणी नेता समझा जाता है ।
उन्होंने छोटे बड़े दर्जनों महाकाव्य और साधारण कविता की पुस्तकें लिखीं , नाटक और उपन्यास भी कई लिखे , इस सभी रचनाओं में वह ओज , आदर्श और प्रभाव मौजूद है जो अनाचार के विरुद्ध संघर्ष करने और मानवीय पुण्यो की स्थापना में आवश्यक स्फूर्ति व प्रेरणा दे सके | वे कुलीन कहलाने वाले घराने में जन्मे थे किन्तु उनकी रचनाओं में पीड़ित और शोषित जनता का दर्द था , उनकी कवितायेँ गायी जाने लगीं जनता ने उनसे आवश्यक प्रेरणा प्राप्त की । ' रोड टू लिबर्टी , ' दी विलेज ' उनके दो काव्य बहुत लोकप्रिय हुए जिनमे राजनीतिक उत्पीड़न के विरुद्ध जनता को संघर्ष करने की प्रेरणा दी गई थी |
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