गुजरात के गौरव रविशंकर महाराज ने अनेक डाकुओं के दिलों में घुसकर उनका ह्रदय परिवर्तन किया l जब भारत में गाँधी की आंधी आई तो रविशंकर जी भी उससे प्रभावित हुए l गाँव - गाँव घूमकर उन्होंने लोगों से चोरी , डकैती का दुर्गुण छुड़वाकर उन्हें सत्याग्रही सैनिक बनाया l अनेक व्यक्तियों से तम्बाकू व शराब जैसे दुर्गुण छुड़वाए l गुजरात की पाटनवाणी जाति अपने दुर्व्यसनों और अपराध वृति के कारण बदनाम थी l रविशंकर महाराज इसी अपराधी - जगत के पुरोहित थे l ऐसी अपराधी जाति में रविशंकर महाराज ने सद्गुणों का संचार कर पुरोहित के सच्चे कर्तव्य और उसके महत्व की स्थापना की l
उन्होंने अपने प्रयत्न सरकार कि मदद से अपराधियों के बच्चों के लिए पाठशालाएं चलायीं , उनके आजीविका हेतु अनेक उद्दोग - धन्धे की स्थापना की और उसमे स्वयं अध्यापन कर लोगों में सत्प्रवृतियों का जागरण किया l
उन्होंने अपने प्रयत्न सरकार कि मदद से अपराधियों के बच्चों के लिए पाठशालाएं चलायीं , उनके आजीविका हेतु अनेक उद्दोग - धन्धे की स्थापना की और उसमे स्वयं अध्यापन कर लोगों में सत्प्रवृतियों का जागरण किया l
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