जीवन में आसानी से मिलने वाली सफलता से उत्पन्न सुख वास्तव में व्यक्ति को उतना प्रसन्न नहीं करता , जितना कठिन संघर्षों के बाद मिलने वाली सफलता करती है l एवरेस्ट की चढ़ाई अत्यंत कठिन होती है l इस कठिन चढ़ाई पर सफलता पाने का गौरव हासिल करने वाली पहली महिला जुंको ताबेई का कहना है ---- " दुनिया के विभिन्न मंचों पर सम्मानित होना अच्छा लगता है , लेकिन यह अच्छा लगना उस अच्छा लगने की तुलना में बहुत कम है , जिसकी अनुभूति मुझे एवरेस्ट पर कदम रखने के समय हुई थी , जबकि वहां तालियाँ बजाने वाला कोई नहीं था l उस समय हाड़ कंपकपाती बर्फीली हवा , कदम - कदम पर मौत की आहट, लड़खड़ाते कदम और फूलती साँसों से संघर्ष के बाद जब मैं एवरेस्ट पहुंची तो यही लगा कि मैं दुनिया की सबसे खुश इनसान हूँ
वास्तव में जब व्यक्ति अपने संघर्षों से दोस्ती कर लेता है , प्रसन्नता के साथ उन्हें अपनाता है , उत्साह के साथ चलता है तो संघर्ष का सफ़र उसका साथ देता है और उसे कठिन से कठिन डगर को पार करने में मदद करता है l
वास्तव में जब व्यक्ति अपने संघर्षों से दोस्ती कर लेता है , प्रसन्नता के साथ उन्हें अपनाता है , उत्साह के साथ चलता है तो संघर्ष का सफ़र उसका साथ देता है और उसे कठिन से कठिन डगर को पार करने में मदद करता है l
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