3 December 2018

WISDOM ------ अपना दोष खोजना साहस का काम है

 अपने  दोष  खोजना  साहस  का  काम  है   और  दूसरों  से  अपनी  कमियों  को  सुनना  भी  सहज  नहीं  है  l  अपनी  गलतियों  को    सुधारने    का  प्रयास  बहुत  धैर्य  और  साहस पूर्वक  करना  चहिये  l 
  दोष  उर्वर   भूमि  में  उगी  फसलों  के  बीच  खरपतवार  के  समान  होते  हैं  l  समय  रहते  यदि   इन्हें  उखाड़ा - पछाड़ा  नहीं  गया   तो  ये  सारे  फसल  के  स्थान  पर  छा  जाते  हैं   और  इनकी  जड़ें  गहरी  होती  चली  जाती  हैं   l  फिर  भी   अगर  ध्यान  नहीं  दिया  गया  तो   जीवन  में  केवल   खरपतवार  रूपी  दोष  ही  दोष   नजर  आते हैं     l  दोषों  का  परिमार्जन  जरुरी  है   l  

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