कहते हैं पुरानी आदतें आसानी से नहीं छूटती हैं l हमारी सबसे बुरी आदत है --- गुलामी की l राजनीतिक द्रष्टि ने हम भले ही आजाद हो गए लेकिन अभी भी भावनात्मक द्रष्टि से बौद्धिक द्रष्टि से गुलाम हैं l गुलामी की आदत इतनी पक्की हो चुकी है कि किसी न किसी की गुलामी के बिना जिन्दा नहीं रह सकते l गुलामी का सबसे बड़ा कारण है --- अज्ञान l लोग सभी सुख - वैभव बहुत जल्दी और बिना परिश्रम के चाहते हैं इसके लिए अधिकारियों की गुलामी करते हैं l
अपने आचरण को सुधारे बिना , अपनी दुष्प्रवृतियो को त्यागे बिना ईश्वर की कृपा पाने के लिए अनेक कर्मकांड, बाह्य आडम्बर करते हैं l सबसे बढ़कर मनुष्य अपने मन के विकारों का --- कामना , वासना , तृष्णा का गुलाम है l इन दुष्प्रवृतियों के कारण लोग स्वयं तनाव में रहते हैं और इन्ही बुराइयों के कारण समाज में अपराध होते हैं l
अपने आचरण को सुधारे बिना , अपनी दुष्प्रवृतियो को त्यागे बिना ईश्वर की कृपा पाने के लिए अनेक कर्मकांड, बाह्य आडम्बर करते हैं l सबसे बढ़कर मनुष्य अपने मन के विकारों का --- कामना , वासना , तृष्णा का गुलाम है l इन दुष्प्रवृतियों के कारण लोग स्वयं तनाव में रहते हैं और इन्ही बुराइयों के कारण समाज में अपराध होते हैं l
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