हमारे महाकाव्य हमें बहुत कुछ सिखाते हैं l हमारे विवेक को जाग्रत करते हैं l अत्याचार , अन्याय और षड्यंत्रकारी का साथ देने का परिणाम कितना भयंकर होता है , यह महाभारत से ज्ञात होता है --- महाभारत में शकुनि के षड्यंत्र को दुर्योधन ने स्वीकार किया l पांडवों को राज्य से , उनके हक से बेदखल करने के लिए मामा शकुनि ने दुर्योधन ने जितने षड्यंत्र रचे उसमे सभी कौरव उनके साथ थे यहाँ तक कि धृतराष्ट्र , गुरु द्रोणाचार्य, भीष्म पितामह , कर्ण सब मौन रहे , अर्थात समर्थन किया l अपनी ही कुलवधु द्रोपदी के चीर हरण की शर्मनाक घटना पर सब मूक बने रहे --- इसका परिणाम हुआ -- महाभारत l जिसमें महा विध्वंस हुआ l यदि दुर्योधन और शकुनि के इन षड्यंत्रों को प्रारंभ से ही कोई समर्थन नहीं देता तो यह महाभारत न होता l
रामायण में मंथरा व कैकेयी ने षड्यंत्र रचा कि भरत को राजगद्दी और राम को चौदह वर्ष का वनवास मिले l राम के अनुज भरत ने इस षड्यंत्र को नहीं माना l उन्होंने भी चौदह वर्ष तक सब सुख भोग का त्याग कर दिया l यहाँ तक कि पूरी अयोध्या में चौदह वर्ष तक कोई किलकारी नहीं गूंजी , सभी अपने प्रिय राम के इंतजार में तपस्वी का जीवन जीते रहे l अयोध्या में पूरी तरह शांति रही l राम ने पिता की आज्ञा का पालन किया l राम वन में जहाँ भी गए सबको गले लगाया , कोल - भील , किरात , वानर सबसे प्रेम से मिले , उनके सान्निध्य में सबको सुकून व शांति मिली l
दूसरी और रावण का चारों और आतंक था l वह वेद , शास्त्रों का विद्वान् व महाज्ञानी और महाबलवान था लेकिन उसने अपनी शक्तियों का दुरूपयोग किया l एक लाख पूत , सवालाख नाती , सभी राक्षस जिसने भी उसका साथ दिया सभी का अंत हो गया l
रामायण में मंथरा व कैकेयी ने षड्यंत्र रचा कि भरत को राजगद्दी और राम को चौदह वर्ष का वनवास मिले l राम के अनुज भरत ने इस षड्यंत्र को नहीं माना l उन्होंने भी चौदह वर्ष तक सब सुख भोग का त्याग कर दिया l यहाँ तक कि पूरी अयोध्या में चौदह वर्ष तक कोई किलकारी नहीं गूंजी , सभी अपने प्रिय राम के इंतजार में तपस्वी का जीवन जीते रहे l अयोध्या में पूरी तरह शांति रही l राम ने पिता की आज्ञा का पालन किया l राम वन में जहाँ भी गए सबको गले लगाया , कोल - भील , किरात , वानर सबसे प्रेम से मिले , उनके सान्निध्य में सबको सुकून व शांति मिली l
दूसरी और रावण का चारों और आतंक था l वह वेद , शास्त्रों का विद्वान् व महाज्ञानी और महाबलवान था लेकिन उसने अपनी शक्तियों का दुरूपयोग किया l एक लाख पूत , सवालाख नाती , सभी राक्षस जिसने भी उसका साथ दिया सभी का अंत हो गया l
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