एक बार एक व्यक्ति भगवान से प्रार्थना करने के लिए बैठा और बोला ---- " प्रभु ! आप मुझसे वार्तालाप कीजिए l " वह प्रार्थना कर ही रहा था कि समीप के पेड़ पर बैठी चिड़िया चहचहाने लगीं l वह व्यक्ति चिड़ियों को चुप कराकर फिर प्रार्थना करने के लिए बैठ गया l इतनी देर में बदल गरजने लगे और आसमान में बिजली कौंध उठी l उस व्यक्ति ने मौसम ठीक होने का इंतजार किया और फिर प्रार्थना के लिए बैठ गया l इसी समय एक तितली आकर उसकी बांह पर बैठ गई l उसने तितली को झटककर दूर किया और फिर प्रार्थना करने के लिए बैठ गया l वह व्यक्ति दिन भर इसी तरह प्रार्थना करता रहा , उसे लगा कि भगवान उसकी प्रार्थना पर ध्यान नहीं दे रहे हैं l रात होने पर उसने अपनी प्रार्थना पुन: आरम्भ की , उसी समय एक सितारा चमक उठा l उस व्यक्ति ने उस ओर कोई ध्यान नहीं दिया और निराश होकर सो गया l स्वप्न में उसे भगवान दिखाई पड़े और बोले ---- " पुत्र ! चहचहाती चिड़ियों , चमकते सितारे , इठलाती तितलियों और गरजती बिजलियों के माध्यम से मैं ही तुमसे वार्तालाप कर रहा था l यदि तुम मुझे प्रकृति के कण -कण में महसूस करोगे तो अलग से वार्तालाप करने की कोई आवश्यकता नहीं रह जाएगी l " उस व्यक्ति को कण -कण में प्रभु की उपस्थिति का सन्देश मिल गया l
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