जर्मनी के प्रसिद्ध नाटककार ' गेटे ' अपने लक्ष्य में आजीवन उसी मन और निष्ठा से संलग्न रहे ।
जब उनकी मृत्यु हुई तब भी नाटक ही उन्हें दीख रहा था । अंतिम साँस छोड़ते हुए उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा लो ! अब पर्दा गिरता है , एक मजेदार नाटक का अंत होता है ।
जब उनकी मृत्यु हुई तब भी नाटक ही उन्हें दीख रहा था । अंतिम साँस छोड़ते हुए उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा लो ! अब पर्दा गिरता है , एक मजेदार नाटक का अंत होता है ।
No comments:
Post a Comment