अपने युग के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा विज्ञानी जीवक औषधियों के साथ आध्यात्मिक जीवनशैली एवं आध्यात्मिक साधनाओं के प्रबल समर्थक थे | उनकी चिकित्सा से स्वस्थ हुए सम्राट अजातशत्रु ने उनसे पूछा --" क्या अकेली औषधियाँ पर्याप्त नहीं हैं , उनके साथ आध्यात्मिक जीवनशैली एवं आध्यात्मिक साधनाएँ जरूरी हैं ? "
जीवक ने उत्तर दिया --" यदि कोई संपूर्ण स्वस्थ होना चाहता है तो उसके लिये यह अति अनिवार्य है | " इसके बाद वे बोले --" मनुष्य का जीवन पदार्थ एवं चेतना के संयोग के कारण है | इसलिये इसकी सफल चिकित्सा के लिये विज्ञान एवं अध्यात्म का संयोग चाहिये | चिकित्सा विज्ञान एवं अध्यात्म ज्ञान मिलकर ही मनुष्य जीवन को संपूर्ण सुखी व स्वस्थ कर सकते है | "
जीवक ने उत्तर दिया --" यदि कोई संपूर्ण स्वस्थ होना चाहता है तो उसके लिये यह अति अनिवार्य है | " इसके बाद वे बोले --" मनुष्य का जीवन पदार्थ एवं चेतना के संयोग के कारण है | इसलिये इसकी सफल चिकित्सा के लिये विज्ञान एवं अध्यात्म का संयोग चाहिये | चिकित्सा विज्ञान एवं अध्यात्म ज्ञान मिलकर ही मनुष्य जीवन को संपूर्ण सुखी व स्वस्थ कर सकते है | "
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