सफलता एक आध्यात्मिक विभूति है | सफलता के मानक अलग हैं, जो सफल हैं वह जीवन के हर क्षेत्र में अपनी बहुमुखी प्रतिभा से समाज का मार्गदर्शन करते हैं | यह सफलता लौकिक-आध्यात्मिक दोनों ही क्षेत्र में हो सकती है |
हर व्यक्ति के अंदर अनंत सामर्थ्य भरी पड़ी है, वह चाहे तो उसके माध्यम से, जो असंभव दीख पड़ता है वह करके दिखा दे | राष्ट्र मंदिर के कुशल शिल्पी ऐसे व्यक्ति ढेरों प्रतिकूलताओं में जीते हैं और अमीर बने न बनें, अपने क्षेत्र में महारत हासिल करते हैं और एक ' रोडमैप ' बनाते हैं, जिस पर चलकर कोई भी सफलता की इन सीढ़ियों पर चढ़ सकता है |
एक छोटे से छोटा, गाँव में रहने वाला, सीमित साधनों में कार्य करने वाला भी यदि आज प्रण कर ले तो अपनी आत्म-शक्ति के सहारे सफलता के शिखर पर पहुँच कर अपना झंडा गाड़ सकता है
हर व्यक्ति के अंदर अनंत सामर्थ्य भरी पड़ी है, वह चाहे तो उसके माध्यम से, जो असंभव दीख पड़ता है वह करके दिखा दे | राष्ट्र मंदिर के कुशल शिल्पी ऐसे व्यक्ति ढेरों प्रतिकूलताओं में जीते हैं और अमीर बने न बनें, अपने क्षेत्र में महारत हासिल करते हैं और एक ' रोडमैप ' बनाते हैं, जिस पर चलकर कोई भी सफलता की इन सीढ़ियों पर चढ़ सकता है |
एक छोटे से छोटा, गाँव में रहने वाला, सीमित साधनों में कार्य करने वाला भी यदि आज प्रण कर ले तो अपनी आत्म-शक्ति के सहारे सफलता के शिखर पर पहुँच कर अपना झंडा गाड़ सकता है
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