' सम्मान के पीछे-पीछे फ़िरने पर वह नहीं मिलता, उसकी ओर ध्यान दिए बिना प्रतिभाओं के विकास की बात सोची जाये, उसे क्रियान्वित किया जाये तो सम्मान पीछे-पीछे चलने लगता है ।
' प्रतिभा और योग्यता वह शक्ति है जिसको पाकर व्यक्ति महत्वपूर्ण हो जाता है, जो जितनी अधिक प्रतिभा विकसित करेगा वह उतना ही सम्मान का पात्र बनेगा । '
' प्रतिभा और योग्यता वह शक्ति है जिसको पाकर व्यक्ति महत्वपूर्ण हो जाता है, जो जितनी अधिक प्रतिभा विकसित करेगा वह उतना ही सम्मान का पात्र बनेगा । '
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