चितौड़ के राजकुमार एक चीता का पीछा कर रहे थे । वह चोट खाकर झाड़ियों में छिप गया था । राजकुमार घोड़े को झाड़ियों के इर्दगिर्द घुमा रहे थे , पर चीते को बाहर निकालने में सफल नहीं हो पा रहे थे । किसान की लड़की यह द्रश्य देख रही थी । उसने राजकुमार से कहा --- " घोड़ा दौड़ाने से हमारा खेत खराब होता है । आप पेड़ की छाया में बैठें । चीते को मारकर मैं लाये देती हूँ ।
वह एक मोटा डंडा लेकर झाड़ी में घुस गई और मल्ल युद्ध में चीते को पछाड़ दिया । उसे घसीटते हुए बाहर ले आई और उसे राजकुमार के सामने डाल दिया । राजकुमार दंग रह गये ।
उन्होंने किसान से विनय करके उस लड़की से विवाह कर लिया । प्रख्यात योद्धा हम्मीर उसी लड़की की कोख से पैदा हुए थे । माताओं के अनुरूप ही संतान का निर्माण होता है ।
वह एक मोटा डंडा लेकर झाड़ी में घुस गई और मल्ल युद्ध में चीते को पछाड़ दिया । उसे घसीटते हुए बाहर ले आई और उसे राजकुमार के सामने डाल दिया । राजकुमार दंग रह गये ।
उन्होंने किसान से विनय करके उस लड़की से विवाह कर लिया । प्रख्यात योद्धा हम्मीर उसी लड़की की कोख से पैदा हुए थे । माताओं के अनुरूप ही संतान का निर्माण होता है ।
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