महाकवि निराला ने काव्य - साधना के माध्यम से लोक मानस का मार्गदर्शन करने का निश्चय किया | उनके ग्रन्थ ' राम की शक्ति - पूजा ' में आत्म बल की , नैतिक बल की श्रेष्ठता का प्रतिपादन किया गया है | ' आसुरी तत्वों के साथ दैवीय पद्धति से मोर्चा लेने की प्रेरणा उनके काव्य दर्शन से मिलती है |श्री राम लंका विजय अभियान को आरम्भ करने से पूर्व शक्ति की आराधना करते हैं उनका अभीष्ट नैतिक बल था |
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