धन कमाना व्यक्ति की नैसर्गिक आवश्यकताओं में से एक है , लेकिन धन की सार्थकता तभी है , जब उसका इस्तेमाल करने वाले के पास सद्बुद्धि और सदभावनाएँ हों , अन्यथा यही पैसा कई तरह की बुराइयों को जन्म देकर पतन की राह पर भी ले आता है l
अमेरिका के प्रसिद्द उद्दोगपति एंड्रयु कारनेगी ने बहुत धन कमाने के बाद अपना सारा धन गरीबों के लिए पुस्तकालय बनाने में खर्च कर दिया l उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा था कई उन्हें जीवन में सबसे ज्यादा संतोष दुनिया का सर्वाधिक अमीर बनने में नहीं , बल्कि गरीबों के लिए पुस्तकालय बनाने से मिला l
अमेरिका के प्रसिद्द उद्दोगपति एंड्रयु कारनेगी ने बहुत धन कमाने के बाद अपना सारा धन गरीबों के लिए पुस्तकालय बनाने में खर्च कर दिया l उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा था कई उन्हें जीवन में सबसे ज्यादा संतोष दुनिया का सर्वाधिक अमीर बनने में नहीं , बल्कि गरीबों के लिए पुस्तकालय बनाने से मिला l
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